बेटिंग गाइड
2020-06-29 09:52:00

1xBit गैंबलिंग ट्यूटोरियल: बेटिंग प्रणाली को समझना

बेशक क्रिप्‍टोकरेंसी गैंबलिंग एक ऐसा गेम है जो चांस (अवसर, संभावना) पर निर्भर करता है, लेकिन एक कारगर बेटिंग रणनीति की मदद से आप अपने जीतने के अवसरों में सुधार कर सकते हैं, और इस ब्‍लॉग पोस्‍ट में इस बारे में ही जानकारी दी गई है। लेकिन हमेशा याद रखें कि बेटिंग की बेहद कारगर रणनीतियों के भी कुछ नकारात्‍मक पहलू होते हैं।

 

विषय तालिका:

  1. हम गैंबल क्‍यों करते हैं ?
  2. तीन सर्वाधिक लोकप्रिय बेटिंग रणनीतियां
  3. मार्टिनगेल दृष्टिकोण
  4. डीएलेम्‍बर्ट रणनीति
  5. पारोली बेटिंग प्रणाली
  6. पारले बेटिंग प्रणाली

 

हम गैंबल क्‍यों करते हैं ?

हम गैंबल क्‍यों करते हैं? यह सवाल उतना ही पुराना है जितना खुद समय है। इसका सही जवाब तलाशने के लिए हम एक लंबा-चौड़ा दार्शनिक चिंतन कर सकते हैं कि कोई व्‍यक्ति अपने भाग्‍य को क्‍यों आजमाना चाहता है और क्‍या ऐसा कर वह अपने आत्‍मविश्‍वास को और पुख्ता करना चाहता है, वगैरह वगैरह। लेकिन सच्‍चाई जानने के लिए वास्‍तव में, इतनी दूर जाने की जरूरत नहीं है। दरअसल, हम पैसा चाहते हैं, साथ ही उससे जुड़ा रोमांच भी हमें लुभाता है और यह उम्‍मीद कि हमारा अगला दांव, अगली बेट हमें सोने की खान दिलवा सकती है, हमें रोमांचित करती है।

 

अक्‍सर लोग गलत तरीके से गैंबल करते हैं और बिना कोई तर्कसंगत नज़रिए के साथ ऐसा करते हैं, जो हो सकता है कि कई बार आपको जीत दिलवा दे, लेकिन ऐसा कर आप हमेशा और नियमित आधार पर जीत हासिल नहीं कर सकते। ऑनलाइन बिटकॉयन कैसिनो में नियमित रूप से जीतने के लिए आपको ऐसी रणनीति की जरूरत होती है जो आपके जोखिमों को कम करे और जैकपॉट जीतने की आपके चांस (संभावना) को बढ़ा सके।

 

तीन सबसे ज्‍यादा लोकप्रिय बेटिंग रणनीतियां

सच पूछा जाए तो ऐसी ढेरों रणनीतियां हैं जिनके बारे में कहा जाता है कि वे आपको भारी जीत दिलवा सकती हैं, लेकिन हम यहां तीन ऐसी बेटिंग रणनीतियों के बारे में आपको बता रहे हैं जिन्‍हें बड़े पैमाने पर इस्‍तेमाल किया जाता है और जिन्‍हें आप हमारे ऑनलाइन कैसिनो अथवा वीडियो स्‍लॉट्स में तुरंत इस्‍तेमाल कर सकते हैं।

  • पॉज़‍िटिव प्रोग्रेशन बेटिंग में प्‍लेयर को हर विजेता बेट के बाद अपने स्‍टेक बढ़ाने होते हैं। यह उन नए तथा पारंपरिक किस्‍म के प्‍लेयर्स के लिए सबसे ज्‍यादा फायदेमंद होती है जो बेटिंग के लिए तुरंत बहुत ज्यादा पैसा नहीं लगाना चाहते।
  • नेगेटिव प्रोग्रेशन बेटिंग अधिक आक्रामक रणनीति होती है जिसमें प्‍लेयर हर बार बेट हारने के बाद अपना स्‍टेक इस उम्‍मीद में बढ़ाता है कि उनकी कुल जीत उनके सारे नुकसान की भरपाई कर देगी।
  • इंश्‍योरेंस बेटिंग प्रणाली में नेगेटिव प्रोग्रेशन से उलट रणनीति अपनायी जाती है और प्‍लेयर हरेक हार के बाद अपने स्‍टेक की राशि घटाता है।

मार्टिनगेल दृष्टिकोण

बेटिंग की दुनिया में मार्टिनगेल सोच 18वीं सदी में फ्रांस में उभरी थी। इस प्रकार के दृष्टिकोण के तहत्, प्‍लेयर्स हरेक जीत के बाद अपनी स्‍टेक में मामूली बदलाव ही कर सकते हैं, लेकिन हरेक हार के बाद उन्‍हें पिछले स्‍टेक के मुकाबले स्‍टेक राशि दोगुनी करने की छूट मिलती है।

 

देखा जाए तो मार्टिनगेल बेटिंग प्रणाली एक प्रकार का नेगेटिव प्रोग्रेशन सिस्‍टम ही है जो आपको भारी रकम खर्च करने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ आपको भारी जोखिम के लिए भी प्रेरित करता है।

 

डीएलेम्‍बर्ट रणनीति

यह बेटिंग की पुरानी प्रणाली है जो 1760 के दशक में एक फ्रांसीसी गणितज्ञ और दार्शनिक ज्‍यां डीएलेम्‍बर्ट ने ईजाद की थी। यह मार्टिनगेल दृष्टिकोण से मिलती-जुलती है और इसमें भी एक प्रकार का नेगेटिव प्रोग्रेशन बेटिंग पहलू शामिल होता है। लेकिन इसमें फर्क यह है कि प्‍लेयर के हारने पर, इसमें वह हर बार स्‍टेक को बहुत कम बढ़ा सकता है ताकि स्‍टेक्‍स के बहुत अधिक होने के चांस (अवसर, संभावनाएं) कम से कम रहें।

 

पारोली बेटिंग प्रणाली

बेटिंग में पारोली प्रणाली का नामकरण लैटिन भाषा के शब्‍द पारसे हुआ है, जिसका अर्थ है समान। इसे मार्टिनगेल प्रणाली से एकदम उलट माना जाता है क्‍योंकि यह वास्‍तव में, एक प्रकार की पॉजिटिव प्रोग्रेशन बेटिंग ही है। इसमें प्‍लेयर्स हर जीत के बाद अपनी बेट की रकम को बढ़ा देता है जिससे उसे कम खर्च पर ही बड़ी जीत हासिल करने का अवसर मिलता है।

 

पारले बेटिंग प्रणाली

पारले भी एक प्रकार की पॉजिटिव प्रोग्रेशन बेटिंग प्रणाली है और इस रणनीति का इस्‍तेमाल करने वाले प्‍लेयर्स हर जीत के बाद अपनी बेट की रकम बढ़ा देते हैं। लेकिन वे धीरे-धीरे और अलग-अलग चरणों में ऐसा करने की बजाय, अपनी जीत की पूरी रकम के साथ-साथ शुरुआती स्‍टेक राशि का पुन: निवेश करते हैं, जो कि उनकी अगले बेट में एक साथ या कई बेट्स के जरिए होता है, और ऐसा पारले फार्मूला के तहत् किया जाता है।